ललितपुर में पिता ने अपनी 10 साल की बेटी को रस्सी से हाथ-पैर बांधकर उल्टा लटका दिया, फिर उसे निर्दयता के साथ बेल्टों और थप्पड़ों से खूब पीटा। वहीं पास से गुजर रहे किसी युवक ने मासूम पिटते देख उसका वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। पुलिस
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ललितपुर से एक बेहद दर्दनाक वीडियो सामने आया है। वीडियो में एक पिता अपनी 10 साल की बेटी का रस्सी से हाथ-पैर बांधकर उसे उल्टा लटका दिया, फिर उसे थप्पड़ों और बेल्ट से पीटने लगा। बेटी चीखती चिल्लाती रही। पिटते-पिटते मासूम बदहवास हो गई और वैसे ही उल्टी रस्सी के सहारे लटकी रही। वहीं पास से गुजर रहे किसी युवक ने पीटने का वीडियो बनाने युवक ने आरोपी पिता से कहा – बेटी को तुरंत उतार नहीं तो यहीं से जाएगा अभी तू। जिसके बाद युवक ने वीडियों सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। पिता का नाम गोविंद दास बताया जा रहा है।
पुलिस ने आरोपी पिता को किया गिरफ्तार
पुलिस ने जब आरोपी पिता गोविंद दास से पूछा की बेटी को ऐसे क्यों पीट रहे थे, आरोपी पिता ने बताया की बेटी ने मोहल्ले में किसी के घर से चोरी की थी जिसकी मुझे शिकायत मिली थी, इसलिए पीट रहा था ताकि आगे भविष्य में ऐसी गलती न करे। थानाध्यक्ष बार राजा दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि वीडियो का संज्ञान लेते हुए आरोपी पिता पर मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
19 दिन पहले भी एक पिता ने बेटी को चिमटे से जलाया था
सौजना थाना क्षेत्र के ग्राम बारौन निवासी रामस्वरूप उर्फ रमसू की 11 वर्षीय बेटी शनिवार को हम उम्र बच्चों के साथ घर में खेल रही थी। इसी दौरान घर के पड़ोस में स्थित खेत में पोई की भांजी भरी बोरियों को बकरियों ने गिरा दिया। तभी रामस्वरूप वहां पहुंचा तो उसने बोरियां जमीन पर पड़ी देख बच्चों को पीट दिया। मौका पाकर आसपास के दो बच्चे तो भाग गए और किशोरी अपने घर में आ गई। रामस्वरूप घर में आया और चूल्हे के पास पड़े गर्म चिमटे से अपनी बेटी के हाथ, पैर और हथेली को दाग दिया।
ये खबर भी पढ़ेंः- गोरखपुर में खून से मां दुर्गा का अभिषेक:श्रीनेत वंश के लोग 300 साल से नवमी को चढ़ाते हैं अपना रक्त, बच्चे भी होते हैं शामिल
गोरखपुर के बांसगांव में श्रीनेत वंश के लोगों ने नवमी पर मां दुर्गा के चरणों में अपना रक्त अर्पित किया। ये अनोखी पंरपरा पिछले 300 साल से चली आ रही है। शुक्रवार को सुबह से ही इस मंदिर पर मां दुर्गा को रक्त चढ़ाने के लिए भक्त पहुंच रहे हैं। देश-विदेश में रहने वाले लोग यहां नवमी के दिन मां दुर्गा को अपना रक्त चढ़ाते हैं।
खास बात यह है कि यहां नवजात के जन्म लेने के 12 दिन (बरही का कार्यक्रम समाप्त होने के बाद) बाद से ही उनका रक्त मां के चरणों में चढ़ाया जाता है। श्रद्धालु इन नवजातों को मां के दरबार में लेकर पहुंचते हैं। उसके मां-बाप इस परंपरा का निर्वहन करते हैं। पढ़ें पूरी खबर…
ये खबर भी पढ़ेंः- ‘आदिल ने क्या मेरा ठेका ले रखा था’:कानपुर IIT छात्रा का सुसाइड नोट- एक दोस्त, जो खुशी देता वो भी दूर चला गया
कानपुर IIT में 26 साल की रिसर्च स्कॉलर प्रगति ने सुसाइड किया। उसका शव हॉस्टल में फंदे पर लटका मिला। तब न सिर्फ परिवार, बल्कि साथ पढ़ने वाले छात्र भी हैरान थे कि प्रगति ने अपनी जान क्यों दे दी? इस सवाल का जवाब एक दिन बाद मिला, जब प्रगति का 3 पन्नों का सुसाइड लेटर दैनिक भास्कर को मिला है।
प्रगति के मन में खुद के भविष्य को लेकर कन्फ्यूजन था। वह किसी खास दोस्त के दूर जाने से परेशान भी थी। इसलिए बेहद तनाव में थी। सुसाइड नोट के आखिरी पन्ने में प्रगति ने अकेलेपन में साथ निभाने वाले दोस्तों के लिए काफी कुछ लिखा। IIT कैंपस के प्रेशर पर लिखा- वो लोग (डीन) सबके बीच कम अपमानित करें तो थोड़ा बेहतर होगा। पढ़ें पूरी खबर…
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